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Micro Finance Company Kaise Khole? | माइक्रो फाइनेंस कंपनी कैसे खोलें?

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Micro Finance Company Kaise Khole

आज के समय में भारत  एक उभरता हुआ बाजार और भारत में निवेश करने की आदर्श स्थिति बनी हुई है। हमारे देश की फाइनेंस सेक्टर तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है इसके कारण नए-नए अवसर मिल रहे हैं। फाइनेंस सेक्टर लगभग 8% प्रतिवर्ष की तेजी से आगे बढ़ रहा है जो कि हमारे देश के लिए एक बहुत अच्छे संकेत हैं अगर आप भी अपनी खुद की फाइनेंस कंपनी खोलना चाहते हैं तो यह बिल्कुल सही समय है आइए जानते हैं माइक्रो फाइनेंस कंपनी कैसे खोलें? – Micro Finance Company Kaise Khole?

आइए जानते हैं वह पूरी प्रक्रिया कि आप एक फाइनेंस कंपनी कैसे शुरू कर सकते हैं।

माइक्रो फाइनेंस क्या है? (Micro Finance Kya Hai)

एक फाइनेंस कंपनी अन्य बैंकों से बिल्कुल अलग होती है एक फाइनेंस कंपनी अपने ग्राहकों को लोन प्रदान करती है और उसके बदले में उनसे ब्याज लेती है। लोन देते समय हो सकता है कि कंपनी कुछ सामान गिरवी रखा ले जैसे कि सोना, घर इत्यादि।

ऐसी फाइनेंस कंपनी मूल रूप से उन लोगों की मदद करती है जो किसी कारण बैंकिंग या अन्य वित्तीय सेवाओं तक नहीं पहुंच पाते है।

कुछ फाइनेंस कंपनियां उपभोक्ताओं को  उधार देती है और कुछ फाइनेंस कंपनियां व्यवसायों को उतार देती है। फाइनेंस कंपनियां बैंकों की तुलना में एक अलग संस्थाएं होती है जो बैंकिंग नियमों के अधीन नहीं है।

माइक्रो फाइनेंस कंपनी क्या है? (Micro Finance Company Kya Hai)

माइक्रो फाइनेंस कंपनी, फाइनेंस करने वाली ऐसी संस्थाएं होती है जो कंपनियों को लोन देती है और इसके अलावा  छोटी बचत योजनाएं भी चलाती है। यह कंपनियां आरबीआई और केंद्र सरकार द्वारा निर्देशित सस्ती दरों पर अपने उपभोक्ताओं को लोन देती है। इन कंपनियों की शुरुआत गांवों और छोटे शहरों में रहने वाले लोगों को लोन की सुविधा प्रदान करने के लिए की गई है।

भारतीय रिजर्व बैंक उन कंपनियों को माइक्रो फाइनेंस कंपनी या संस्थाएं कहती है जो कंपनी एक्ट 1956 के अंतर्गत भारत में रजिस्टर्ड है और जिनकी कुल संपत्ति 5 करोड से कम है।

माइक्रो फाइनेंस कंपनियां क्या करती है?

माइक्रो फाइनेंस कंपनी कम आय वाले ग्राहकों को ऋण उपलब्ध कराती है ताकि वह अपने स्वयं रोजगार के कार्य को कर सकें। यह संस्थाएं घरेलू क्षेत्रों से छोटी-छोटी बचत को जमा करके बड़े निवेश कर्ताओं को भी ऋण की आपूर्ति कर आती है। इसके कारण देश में बचत क्रियाओं को बढ़ावा मिलता है और देश में निवेश का माहौल पैदा होता है।

माइक्रो फाइनेंस की मुख्य विशेषताएं

एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी की मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित है:

  1. कम आय वर्ग वाले लोगों को  उधार देने का काम करती है।
  2. छोटी राशि के ऋण देना।
  3. छोटी अवधि के लिए लोन देना।
  4. बिना किसी चीज को गिरवी रख कर लोन देना।
  5. भुगतान करने की अधिक आवृत्ति।
  6. लोन को मुख्य रूप से उत्पादन क्रियाओं के लिए देना।

माइक्रो फाइनेंस कंपनी कैसे खोलें? Micro Finance Company Kaise Khole?

माइक्रो फाइनेंस कंपनी के लिए आपको सबसे पहले भारतीय रिजर्व बैंक से लाइसेंस लेने की आवश्यकता होती है। आप माइक्रोफाइनेंस कंपनी 5 करोड़ की पूंजी के साथ भी शुरू कर सकते हैं।

यदि आप भी अपनी माइक्रो फाइनेंस कंपनी शुरू करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको सबसे पहले अपने बिजनेस के प्रकार को  चुनना होगा। एक फाइनेंस कंपनी के बहुत से प्रकार होते हैं। आप को चुनना होगा कि आप किस तरह की फाइनेंस कंपनी खोलना चाहते हैं आइए जानते हैं फाइनेंस कंपनी के प्रकार के बारे में।

#1. फाइनेंस कंपनी खोलने के लिए बिजनेस प्रकार को चुने

फाइनेंस कंपनी शुरू करने के लिए आपको सबसे पहले अपने बिजनेस के प्रकार को चुनना होगा आप जिस भी तरह की कंपनी को खोलना चाहते हैं उस कंपनी के प्रकार को चुने। एक फाइनेंस कंपनी के विभिन्न प्रकार नीचे दिए गए:

नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी

यदि आप एक नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी खोलना चाहते हैं तो उसके लिए आपको सबसे पहले भारतीय रिजर्व बैंक के अंतर्गत अपनी कंपनी को रजिस्टर करना होगा । ऐसी कंपनी को रजिस्टर करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक 2 करोड़ से 5 करोड़ की पूंजी की अनुमति देता है। एक नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी का लाइसेंस लेने में हो सकता है आपको 5 से 6 महीने का समय लग जाए।

क्रेडिट कोऑपरेटिव

आप एक छोटे स्तर पर अपनी फाइनेंस कंपनी की शुरुआत करना चाहते हैं तो आपके लिए क्रेडिट कोऑपरेटिव कंपनी सबसे अच्छी। भारत में एक क्रेडिट कोऑपरेटिव कंपनी एक छोटे स्तर पर जिसका मतलब है किस शहर के अंदर ही डील करती है।

निधि कंपनी

निधि कंपनी एक अलग बिजनेस मॉडल है जिस का लाइसेंस लेने के लिए आपको कोई भी आवश्यकता नहीं है। आप अपनी एक निजी कंपनी ₹500000 की पूंजी के साथ शुरू कर सकते हैं पर ऐसी कंपनियों का पंजीकरण केवल 15 से 20 दिनों में हो जाता है।

माइक्रो फाइनेंस कंपनी

भारत में एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी खोलने के लिए आपको भारतीय रिजर्व बैंक से लाइसेंस लेने की आवश्यकता है एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी 5 करोड़ की पूंजी के साथ शुरू किया जा सकता है।

प्रोड्यूसर कंपनी

एक प्रोड्यूसर कंपनी या निर्माता कंपनी पूर्ण रूप से फाइनेंस कंपनी नहीं होती है ऐसी कंपनी शुरू करने के लिए आप को कम से कम 10 लोगों की आवश्यकता है और यह मूल रूप से किसानों के लिए उपयोगी अवधारणा है।

लोकल फाइनेंस कंपनी

एक लोकल फाइनेंस कंपनी उच्च दर पर ब्याज प्रदान करती है  यदि आप भारत में लोकल फाइनेंस कंपनी शुरू करना चाहते हैं तो आपको अपने राज्य और शहर के नियम और कानून के हिसाब से रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

#2. जीएसटी के लिए आवेदन करें

एक फाइनेंस कंपनी शुरू करने के लिए यदि आपने अपनी कंपनी के प्रकार का चुनाव कर लिया है तो उसके बाद आपको जीएसटी के लिए आवेदन करना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि एक फाइनेंस कंपनी के लिए जीएसटी आवश्यक है इसलिए आपको जल्द से जल्द जीएसटी नंबर के लिए आवेदन करना होगा ।

#3. लीगल डॉक्यूमेंट

भारत में एक फाइनेंस कंपनी शुरू करने के लिए बहुत सारे दस्तावेज की आवश्यकता होती है ऐसे में आप किसी से परामर्श ले सकते हैं और अपनी आवश्यकताओं के अनुसार कानूनी दस्तावेज को तैयार करवा सकते हैं।

#4. इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी प्राप्त करें

यदि आप अपनी फाइनेंस कंपनी शुरू करना चाहते हैं या किसी भी तरह की कंपनी को शुरू करना चाहते हैं तो उसके लिए इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी यानी कि बौद्धिक संपदा प्राप्त करना बहुत ही आवश्यक है जिससे कि आपकी कंपनी से जुड़ी जानकारी जैसे कि नाम आदि को कोई कॉपी ना कर सके।

#5. लाइसेंस प्राप्त करें

किसी भी फाइनेंस कंपनी को सेवाएं देने के लिए एक लाइसेंस की आवश्यकता होती है इसीलिए एक कंपनी के लिए लाइसेंस का होना महत्वपूर्ण है। आप अपनी माइक्रो फाइनेंस कंपनी के लिए लाइसेंस प्राप्त करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के साथ संपर्क कर सकते हैं। 

माइक्रो फाइनेंस कंपनी रजिस्ट्रेशन (Micro Finance Company Registration)

भारत में एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी को पंजीकृत करने का सबसे सरल तरीका है एमसीए के साथ धारा आठ कंपनी को पंजीकृत करना है। भारत में मूल रूप से दो प्रकार की मां को फाइनेंस कंपनियां होती है जिनमें से एक को आरबीआई के साथ रजिस्ट्रेशन कराना होता है और दूसरा गैर-लाभकारी प्रकार है जिसे धारा 8 कंपनी के रूप में पंजीकृत किया जाता है और ऐसी कंपनी को आरबीआई की स्वीकृति की आवश्यकता नहीं होती है।

माइक्रो फाइनेंस कंपनी रजिस्ट्रेशन के लिए आवश्यक दस्तावेज

भारत में एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी रजिस्ट्रेशन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है।

  • पैन कार्ड:  भारतीय नागरिकों के मामले में,  निदेशकों और  शेयरधारकों का पैन कार्ड
  • पासपोर्ट साइज फोटो: निवेशकों और शेयरधारकों का पासपोर्ट साइज फोटो की आवश्यकता होती है
  • आईडी प्रूफ:  पासपोर्ट,  मतदाता पहचान प्रमाण पत्र,  आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस
  • एड्रेस प्रूफ:  निवेशकों का बिजली का बिल,  पानी का बिल, बैंक स्टेटमेंट या टेलीफोन का बिल 
  • पंजीकृत कार्यालय प्रमाण:  पंजीकृत कार्यालय के पते का बिजली का बिल, पानी का बिल या टेलीफोन
  • मालिक से एनओसी:  पंजीकृत कार्यालय के मालिक से एनओसी की आवश्यकता है

STEP 1: एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी को रजिस्टर करने के लिए सबसे पहले DSC और DIN को लागू करना है जिसमें आपको  1 से 2 दिनों  का समय लग सकता है। कंपनी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है और इसी कारण कंपनी को शामिल करने के लिए डीएससी की आवश्यकता होती है। इसके बाद आपको नाम अनुमोदन के लिए फाइल करने की आवश्यकता है आपकी कंपनी का नाम आवेदन केंद्रीय पंजीकरण केंद्र द्वारा संचालित किया जाता है और आप एक समय में अधिकतम 6 नाम दर्ज करा सकते हैं।

STEP 2: इसके बाद आपको निदेशक पहचान संख्या के लिए आवेदन करना है। यह पहचान संख्या केंद्र सरकार द्वारा किसी व्यक्ति को दी जाती है जिसे निदेशक के रूप में कंपनी में नियुक्त किया जाता है। यदि आप कंपनी बदलते हैं तो यह दिया यह नंबर कभी नहीं बदलता है।

STEP 3: तीसरा और आखिरी कदम सभी आवश्यक दस्तावेज के साथ निगमन को दर्ज करना है।

भारत में शीर्ष 10 माइक्रो फाइनेंस कंपनियां

नीचे दी गई कंपनियां, भारत में शीर्ष 10 माइक्रो फाइनेंस कंपनियां:

  1. अन्नपूर्णा माइक्रो फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड
  2. आरोहण फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड
  3. आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड
  4. बंधन फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड
  5. बीएसएस माइक्रोफाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड
  6. कैशपर माइक्रो क्रेडिट
  7. दिशा माइक्रोफिन प्राइवेट लिमिटेड
  8. इक्विटास माइक्रो फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड
  9. ईएसएएफ माइक्रोफाइनेंस और निवेश प्राइवेट लिमिटेड
  10. फ्यूजन माइक्रोफाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड